नई दिल्ली । 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करते दिख रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। नीतिश का कहना है कि देश में गैर-भाजपाई सरकार बनने पर सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा मिलेगा। बिहार में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस से लेकर अलग होकर नीतीश ने महागठबंधन के साथ जाने का फैसला किया था। इसके बाद से ही वह लगातार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
बिहार में भाजपा को सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर करने के बाद ही अटकलें लग रही थीं, कि सीएम कुमार प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश कर सकते हैं। हालांकि, वह खुद इसका खंडन कर चुके हैं। हाल ही में जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बिहार पहुंचे थे, तब पीएम पद की दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर कुमार बात घुमाते नजर आए थे।
वहीं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और सीएम कुमार की मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं। खबर है कि सोमवार को सीएण ने पूर्व राजनयिक पवन वर्मा से मुलाकात की थी। बताया जा रहा हैं कि उन्होंने किशोर और कुमार की मुलाकात में बड़ी भूमिका निभाई थी। इस चर्चा को लेकर कुमार ने कहा था, 'उन्हीं से मालूम कीजिए। कोई खास बात नहीं हुई।'
साल 2020 में वर्मा और किशोर को जनता दल (यूनाइटेड) से बाहर कर दिया गया था। बाद में वर्मा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वाली तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली थी। हालांकि, वह कुछ समय बाद ही टीएमसी से अलग हो गए थे। खास बात है कि किशोर और कुमार की यह बैठक उस समय पर हुई है, जब दोनों एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे थे।