क्रिप्टोकरेंसी यानी डिजिटल करेंसी के प्रति लोकप्रियता दुनियाभर में तेजी से बढ़ी है। भारत में भी क्रिप्टो निवेशकों की संख्या में तेज इजाफा देखने को मिला है। देश में 10.7 करोड़ लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है। सरकार द्वारा तैयार किया गया क्रिप्टोकरेंसी बिल संसद के शीतकालीन सत्र में पेश नहीं हो सका और आगामी बजट सत्र में भी इसके पेश होने की कम ही संभावना है। 

क्रिप्टो बिल को और समय देने की जरूरत
वित्त मंत्रालय के जुड़े अधिकारी के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिप्टो बिल शायद इस बजट सत्र में भी पेश नहीं हो सकेगा। उन्होंने कहा कि यह एक बेहद जटिल विषय है और इसे अभी और समय देने की आवश्यकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि इस जटिल मुद्दे पर और ज्यादा विचार-विमर्श व चर्चा की जरूरत है। इसके साथ ही रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में आम सहमति बनाना भी जरूरी है। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले कुछ महीने में डिजिटल मुद्रा के लॉन्च की तैयारी कर रहा, केंद्र सरकार को इसका भी इंतजार है।