छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत मनवा निवासी महेश्वरी पटेल (30) पत्नी फुलकरण की 12 अगस्त को संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। रक्षाबंधन पर बहन राखी बांधने नहीं पहुंची तो उसका भाई विनोद पटेल मनवा पहुंच गया। वह अपनी भाभी को लेकर उनके मायके कुकरदीकला गया था। वहां से मनवा गांव पास है, तो वह भाभी के साथ बहन महेश्वरी से मिलने के लिए आया। यहां उसे महेश्वरी के खुदकुशी करने और फिर शव दफनाने की जानकारी मिली।

इसके बाद विनोद ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जांच करने गांव पहुंच गई। पूछताछ में ससुराल वालों ने पुलिस को बताया कि महेश्वरी ने 12 अगस्त की सुबह खाना बनाकर पति सहित घर के सभी सदस्यों को खिलाया। इसके बाद पति फुलकरण और परिवार के अन्य सदस्य खेत में काम करने के लिए चले गए। घर में महेश्वरी अकेली थी। कुछ समय पड़ोसियों से फुलकरण को सूचना मिली कि महेश्वरी ने अपने कमरे में फांसी लगा ली है। इस पर फुलकरण भागकर घर पहुंचा तो अंदर फंदे से महेश्वरी फंदे से लटक रही थी। उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद फुलकरण और उसके परिवार के सदस्यों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शव को फंदे से उतारा और गांव वालों के साथ जाकर दफना दिया। फुलकरण ने अपने सास, ससुर और साले को भी घटना की जानकारी नहीं दी। पुलिस पूछताछ में ससुराल वाले फांसी लगाने और शव को बिना बताए दफनाने का कारण नहीं बता सके।

SDM के आदेश पर पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महेश्वरी के गर्भवती होने की बात पता चली। वहीं दूसरी ओर मायके वालों ने महेश्वरी के पति और ससुराल वालों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस और मायके पक्ष को सूचना तक नहीं दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को दफन कर दिया गया। मायके वालों ने कहा कि महेश्वरी आत्महत्या नहीं कर सकती है।  मर्ग कायम कर मामले की विवेचना की जा रही है।