पहली बार क्रेडिट कार्ड लेने का सबसे अच्छा तरीका उस बैंक में आवेदन करना है जहां आपने अपना सैलरी अकाउंट खुलवाया है। अगर उस बैंक में आपका सैलरी अकाउंट है तो इसका मतलब उस बैंक और आपकी कंपनी के बीच कॉर्पोरेट रिलेशनशिप है।कॉर्पोरेट संबंधों के आधार पर, संबंधित बैंक क्रेडिट कार्ड की पेशकश करने या न करने के निर्णय पर पहुंच सकता है। आवेदक के मूल्यांकन के आधार पर बैंक एक बेसिक से मीडियम स्तर के क्रेडिट कार्ड दे सकता है।

सुरक्षित क्रेडिट कार्ड का विकल्प चुनें

जो लोग अपने सैलरी अकाउंट वाले बैंक से क्रेडिट कार्ड के लिए पात्र नहीं हैं, वे एक सुरक्षित कार्ड के साथ अपनी यात्रा शुरू करने का विकल्प चुन सकते हैं।आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के बदले ऑफर किए जाने वाले ऐसे सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट्स या कैशबैक जैसी सुविधाओं के साथ मिलते हैं। इसके लिए आपको पहले बैंक में एफडी खोलनी होगी उसके बाद फिर आपकी जमा राशि का एक पूर्वनिर्धारित प्रतिशत क्रेडिट सीमा के रूप में तय किया जाता है।

कैसे चुनें अपना पहला क्रेडिट कार्ड ?

अपना पहला क्रेडिट कार्ड चुनते समय आपको रिवार्ड रेट, कैशबैक ऑफर, सालाना चार्ज और कुछ अन्य कारकों पर जरूर सोचना चाहिए। आपको बता दें कि आपके लिए सबसे अच्छा क्रेडिट कार्ड आपके खर्च करने के पैटर्न और आप किस प्रकार के लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, इस पर निर्भर करता है।

रिपेमेंट में चूक करने से बचें

आप कैसे अपने क्रेडिट कार्ड मैनेज करते हैं विशेष तौर पर आपका लोन रिपेमेंट करने का तरीका आपके क्रेडिट स्कोर पर बड़ा असर डालता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं चुकाते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।अगर आपका क्रेडिट स्कोर करीब 600 अंक रहने वाला है तो भविष्य में बैंक से कर्ज मिलना मुश्किल हो सकता है। अगर आपको बैंक से मंजूरी मिल भी जाती है, तो आपको हाई इनटरेस्ट रेट देना पड़ सकता है।