नई दिल्ली । जी20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए चक्रीय अर्थव्यवस्था (सर्कुलर इकनॉमी) को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। चक्रीय अर्थव्यवस्था में एक टिकाऊ व्यवस्था की अवधारणा पर काम किया जाता है जहां इस्तेमाल की गई वस्तुओं का पुनर्चक्रण किया जाता है जिससे नए संसाधनों का इस्तेमाल कम से कम हो।
कांत ने कहा कि विभिन्न मंत्रालय और राज्य सरकारें चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए पहल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सीओपी-27 में भारत ने अपनी दीर्घकालिक निम्न कार्बन उत्सर्जन रणनीति का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि एक दिसंबर से भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता करने के साथ ही चक्रिय अर्थव्यवस्था को अपनाने का एक अवसर मिला है। कांत ने कहा कि चक्रीय अर्थव्यवस्था के लिए कारोबारी माहौल बनाने की जरूरत है और ‘‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इसके लिए बनाए गए नियम बोझिल न हों।’’