साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण इस माह अप्रैल में लगने वाला है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राहु और केतु के कारण सूर्य ग्रहण लगता है क्योंकि वे सूर्य का ग्रास करने का प्रयास करते हैं. वहीं यह एक खगोलीय घटनाक्रम है. सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा जब एक सीध में आ जाते हैं तो उस समय सूर्य ग्रहण लगता है. सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण समय से 12 घंटा पहले ही लग जाता है, जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है. सूर्य ग्रहण के समय में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना होता है. आइए श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं सूर्य ग्रहण कब लगेगा और समय क्या है? सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को दूर करने के उपाय क्या हैं?

कब है पहला सूर्य ग्रहण 2024?
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल दिन सोमवार को लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण रात 09 बजकर 12 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 9 अप्रैल दिन मंगलवार को 02 बजकर 22 एएम पर होगा. यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और स्वाति नक्षत्र में होगा.

सूर्य ग्रहण के दिन सोमवती अमावस्या भी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण आमवस्या पर और चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि पर लगता है.


सूर्य ग्रहण 2024 का सूतक काल
सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व लगता है. इस आधार पर सूर्य ग्रहण का सूतक काल 8 अप्रैल को सुबह में 09:12 बजे से लगना चाहिए. लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा. इस वजह से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.

कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण 2024?
य​ह सूर्य ग्रहण अमेरिका, कनाडा, यूरोप के कुछ पश्चिमी भागों और मेक्सिको में दिखाई देगा. इसके अलावा यह प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और आर्कटिक में भी देखा जा सकता है.

सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को दूर करने के उपाय
1. सूर्य ग्रहण के समय में आपको सूर्य के बीज मंत्र ओम घृणि सूर्याय नम: का जाप करना चाहिए या सूर्य के किसी अन्य प्रभावशाली मंत्र का भी जाप कर सकते हैं.

2. सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए आप उस समय में अपने इष्ट देव के नाम का जाप या मंत्र का जाप कर सकते हैं.
 

3. सूर्य ग्रहण के बाद आपको स्नान करके सूर्य देव से जुड़ी वस्तुओं का दान करना चाहिए. इसमें आप गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र, तांबे के बर्तन, घी आदि का दान कर सकते हैं.

4. सूर्य ग्रहण वाले दिन आपको अपनी राशि के शुभ रंगों के कपड़ों का चयन करना चाहिए. शुभ रंग के वस्त्रों का पहनना शुभ साबित हो सकता है.