भावुक शिवराज ने कहा....कभी-कभी राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता
सीहोर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शाहगंज पहुंचे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इतना ही नहीं लाड़ली बहने शिवराज से गले लिपटकर रोती दिखाई दी। शिवराज ने उन्हें ढाढस बंधाया, लेकिन निराश मन से कहा कि मुख्यमंत्री के पद तब आ जा सकते हैं, लेकिन मामा और भाई का पद कभी कोई नहीं छीन सकता है। उन्होंने कहा कि राजतिलक होते-होते वनवास हो जाना भी कोई बड़ा उद्देश्य होगा। यह कहकर शिवराज ने अपने मन के भीतर की पीड़ा उजाकर की। साथ ही शिवराज ने केंद्र की ओर साफ इशारा कर कह दिया कि मामा आपके बीच ही रहेगा।
चौहान ने कहा कि कभी-कभी व्यक्ति ‘राजतिलक’ की प्रतीक्षा करते-करते वनवास में चला जाता है। बता दें कि विधानसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत के बाद पार्टी ने चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुना। शिवराज 4 बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने भावुक होकर कहा कि वह लोगों खासकर अपनी बहनों के बीच बने रहूंगा।
इस दौरान दर्शकों में बैठीं कुछ महिलाओं ने कहा, ‘भैया हमें अकेला छोड़कर कहीं मत जाओ। इस पर शिवराज ने कहा, मैं कहीं नहीं जाऊंगा। मैं यहीं जिऊंगा और यहीं मरूंगा। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए सभी कार्यों को वर्तमान सरकार पूरा करेगी, जिनमें लाडली बहना योजना, लाडली बहना योजना के लाभार्थियों के लिए आवास योजना, प्रत्येक परिवार में एक नौकरी की योजना और किसानों से किए गए वादे शामिल हैं।