नई दिल्ली ।  साउथ फिल्म इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर जफर सादिक को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर विदेश में 2000 करोड़ रुपए की ड्रग्स की स्मगलिंग करने का आरोप है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो 4 महीने से जफर की तलाश कर रहा था। जफर तमिलनाडु के सत्ताधारी दल द्रविड़ मुनेत्र कडग़म का पूर्व कार्यकर्ता था।
मदुरै में दो रेल यात्रियों और चेन्नई के एक डंप यार्ड से 180 करोड़ रुपए की मेथामफेटामाइन जब्त करने के एक हफ्ते बाद अधिकारियों ने जफर की गिरफ्तारी की। बताया जा रहा है कि जफर श्रीलंका में इस ड्रग्स की तस्करी करने की तैयारी कर रहा था।
ड्रग्स ट्रैफिकिंग नेटवर्क का सरगना है जफर
एनसीबी के मुताबिक जफर सादिक इंडिया-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड ड्रग्स ट्रैफिकिंग नेटवर्क का सरगना है। उसने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को 2000 करोड़ रुपए की ड्रग्स स्मगल की है। एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जफर ने विदेश में कुल 45 बार में 3,500 किलो स्यूडोफेड्रिन ड्रग बेची। स्यूडोफेड्रिन का उपयोग साइनस डिकॉन्गेस्टेंट/उत्तेजक के रूप में किया जाता है।
तमिलनाडु देश का ड्रग कैपिटल
तमिलनाडु के भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा- तमिलनाडु देश का ड्रग कैपिटल बन चुका है। इंटरनेशनल ड्रग माफिया और डीएमके कार्यकर्ता जफर सादिक भगोड़ा है। एनसीबी, डीएमके पदाधिकारियों के घरों पर छापेमारी कर रही है। अन्नामलाई ने एक अन्य पोस्ट शेयर करते हुए कहा, ‘पहले तमिलनाडु के रास्ते से होकर गुजरात के तट पर पहुंचा 1,200 करोड़ रुपए का मेथामफेटामाइन पकड़ा गया था। मदुरै में राजस्व खुफिया निदेशालय ने 30 किलो मेथामफेटामाइन पकड़ा।’ जफर के इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट से जुड़े तीन अन्य लोगों को हाल ही में एनसीबी ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन भी इस जांच में भारतीय एजेंसी का सहयोग कर रही है।