अंडमान की डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियों ने देश के सभी ट्रेवल एजेंट्स को 24 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच बुकिंग ना करने की अपील की

भोपाल । देश-दुनिया में नए साल के जश्न की तैयारियां जोरों पर हैं। पहली बार देश के अंडमान द्वीप पर नए साल का जश्न मनाने के लिए सर्वाधिक पर्यटक पहुंच रहे हैं, जिसके कारण यह पूरी तरह पैक हो चुका है और यहां पर्यटकों को होटलों से लेकर घूमने-फिरने जैसी कई सुविधाएं देने वाली डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियों (डीएमसी) ने सभी एजेंट्स को मेल करते हुए 24 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच कोई बुकिंग ना करने की अपील की है।
ट्रेवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव अमोल कटारिया ने बताया कि अंडमान हमेशा ही नए साल के जश्न के लिए पर्यटकों की पसंद रहा है। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब यहां के सभी होटल्स पैक हो चुके हैं और डीएमसी ने एजेंट्स को मैसेज और मेल करते हुए बुकिंग ना करने की अपील की है। इससे पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अंडमान अपने सुंदर बिचों, सनसेट और ठंड के दौरान भी सुहाने मौसम के लिए नए साल पर पर्यटकों की पसंद होता है। उन्होंने बताया कि यहां पहुंचने के लिए इंदौर से पर्यटक कोलकाता, बैंगलुरु, चेन्नई या मुंबई होकर पोर्टब्लेयर की फ्लाइट लेते हैं। आम दिनों में यहां जाने-आने का फ्लाइट का किराया 25 हजार तक होता है, जो अभी करीब 30 हजार तक है। यहां चार रातों पांच दिनों का कपल का पैकेज करीब 1 लाख तक में पड़ता है, नए साल के कारण इसकी कीमत भी अभी ज्यादा है। यहां अग्रेजों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को कालापानी की सजा के दौरान जिस जेल में भेजा जाता था, वह सेलुलर जेल भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होती है।

गोवा और कश्मीर की सबसे ज्यादा मांग
कटारिया ने बताया कि देश में नए साल का जश्न मनाने के लिए हर बार की तरह गोवा काफी डिमांड में है। साथ ही इस बार कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी को देखने जाने के लिए पर्यटकों का काफी उत्साह है। साथ ही हर बार की तरह केरल भी काफी पसंद किया जा रहा है। बात अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की हो तो यूएई सहित सिंगापुर, थाइलैंड सहित यूरोप के देश लोगों की लिस्ट में ऊपर हैं।

महंगे टूर पैकेज के कारण पिछले सालों की अपेक्षा 20 प्रतिशत कम टूरिज्म
कटारिया ने बताया कि इस बार डोमेस्टिक से लेकर इंटरनेशनल डिमांड बढऩे को देखते हुए एयर लाइंस ने अपना किराया काफी बढ़ा दिया है। इसके कारण टूर पैकेज पहले की अपेक्षा महंगे हो गए हैं। पैकेज महंगे होने के कारण पिछले सालों की तुलना में इस बार नए साल पर घूमने जाने वाले पर्यटकों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत की कमी आई है।