श्मीर, लद्दाख में ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के बाद शीतलहर तेज हो गई है। कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्सों में रात का तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है, श्रीनगर में तापमान शून्य से 2.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम सबसे ठंडा रहा जहां रात में तापमान शून्य से 4.8 डिग्री नीचे रहा, मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही ला नीना के प्रभाव की चेतावनी दे दी है। गुलमर्ग न्यूनतम तापमान -2.9 डिग्री सेलसियस के साथ घाटी का सबसे ठंडा क्षेत्र बना रहा। बता दें कि मौसम विभाग ने 10 दिसंबर तक कुछ स्थानों पर हलकी बर्फबारी व बारिश की संभावना को छोड़ घाटी में मौसम के मिजाजों में कोई विशेष परिवर्तन न आने की भविष्यवाणी कर रखी है।

हिमाचल में हिमपात के आसार
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, आठ दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा। चार दिन प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात व मैदानी क्षेत्रों के कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है। हालांकि इससे पहले तीन दिन मौसम साफ रहेगा। ऐसे में किसानों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। प्रदेश में बुधवार को मौसम साफ रहा। प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहुल-स्पीति के ताबो में -6.4 और सबसे अधिक ऊना में 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

सात के बाद जिस्पा से आगे बंद रहेगी आवाजाही
पर्यटकों को लाहुल के जिस्पा और कोकसर से आगे भेजने की योजना तैयार करने के लिए लाहुल-स्पीति प्रशासन ने लेह व कारगिल प्रशासन के साथ वर्चुअल बैठक की। सात दिसंबर तक लेह-लद्दाख की ओर जाने की अनुमति प्रदान की गई है। लोग सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक जिस्पा से आगे जा सकते हैं। सात दिसंबर के बाद जिस्पा से आगे आवाजाही बंद होगी।

कोकसर से आगे ग्रांफू व काजा की ओर आवाजाही बंद करने का निर्णय हुआ। कुल्लू, मनाली आने वाले पर्यटक अब तीन दिन तक बर्फ देख सकते हैं। पर्यटन स्थल जिंगजिंगबार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने अनुमति दी है।