पटियाला । पटियाला नदी और छोटी नदी का पानी बैक मारने के कारण करीब 40 प्रतिशत पटियाला में पानी घुसा है और पूरी तरह बाढ़ जैसा माहौल है तथा लोगों में भारी दहशत है। वीवीआईपी एरिया में लोगों के बैडरूमों तक भी पानी घुस गया है। पानी का बहाव इतना ज़्यादा है कि उसने बचाव कार्यों को भी फीका कर दिया है। यदि स्थिति ओवरकंट्रोल हुई तो अंदर वाला पटियाला भी बुरी तरह डूब सकता है।
पटियाला नदी का डीयर पार्क के नजदीक बनाया गया बांध शहर वाली तरफ से टूट गया है। इस बांध को दोबारा जोड़ने के लिए तुरंत फौज को बुलाया गया है जिससे इस बांध को तुरंत बंद किया जाए क्योंकि यह पुल बड़ी नदी और छोटी नदी को अलग-अलग करने के लिए लगाया था, लेकिन इसके टूटने के कारण पानी छोटी नदी में जा रहा है और छोटी नदी सीधे तौर पर पूरे शहर को डुबा देती है।
नए बस स्टैंड के सामने स्थित प्राईवेट अस्पताल से आज तड़के करीब साढ़े 3 बजे पार्क अस्पताल में भर्ती 9 मरीज ऑक्सीजन पर थे को सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं सेना द्वारा गोपाल कॉलोनी, अर्बन एस्टेट फेज 2 सहित कई इलाकों में राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। 
इसी बीच पिछले दो दिनों से डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी रातभर ग्राउंड जीरो पर डटी रहीं। उन्होंने राजपुरा के एक निजी अस्पताल से मरीजों को शिफ्ट करवाया और चितकारा विश्वविद्यालय से 910 छात्रों को निकाला। इस तरह 48 घंटों से वह ग्राउंड जीरो पर टीम पटियाला का नेतृत्व करते नजर आए।