अहमदाबाद । गुजरात में 24 घंटे में 7 लोगों ने खुदकुशी कर ली। गांधीनगर सिविल अस्पताल में ट्यूबरक्लोसिस का इलाज करा रहे एक 20 वर्षीय युवक ने शनिवार को इमारत की सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पीड़ित राहुल ठाकोर ने पहचान का प्रमाण नहीं दिया था या अस्पताल के फॉर्म में अपना पता नहीं बताया था। वहीं बेहरामपुरा निवासी 31 वर्षीय दिनेश मकवाना ने शनिवार शाम को नदी के किनारे बने रास्ते से साबरमती में छलांग लगा दी और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मकवाना लंबे समय से एक बीमारी से पीड़ित थे और ऐसा संदेह है कि उन्होंने अपनी परेशानी दूर करने के लिए यह कदम उठाया। 
साबरमती रिवरफ्रंट पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की आगे की जांच कर रही है। आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है। अहमदाबाद में शनिवार शाम तक 24 घंटों में छह लोगों ने भी आत्महत्या की है। घाटलोडिया निवासी 15 वर्षीय किशोरी ने शनिवार दोपहर अपने आवास पर फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक लड़की के माता-पिता ने उसकी पढ़ाई पर ध्यान न देने के लिए उसे डांटा था। हालांकि घाटलोडिया पुलिस आत्महत्या के सही कारण का पता लगाने की कोशिश कर रही है। चार अन्य आत्महत्याएं 29-34 वर्ष की आयु वर्ग में दर्ज की गईं हैं। दो आत्महत्याएं 50 के मध्य के लोगों द्वारा की गई हैं। ओधव के हरिओम पार्क निवासी 29 वर्षीय रवि ठाकोर ने शनिवार दोपहर को छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। उन्हें शिंगरवा सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 11 फरवरी को आत्महत्या का प्रयास करने वाले अमराईवाड़ी निवासी 56 वर्षीय व्यक्ति ने शनिवार को एलजे अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुकेश गुप्ता ने अपने आवास पर फांसी लगाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें बचा लिया गया और अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा था। हालांकि उन्हें बचाया नहीं जा सका। वटवा निवासी 57 वर्षीय नीलेश पटेल ने भी शुक्रवार रात जमालपुर पुल से साबरमती में छलांग लगा दी। एक दिन बाद उसका शव नदी से निकाला गया। रिवरफ्रंट पुलिस पूर्व ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। ठक्करनगर निवासी 34 वर्षीय आशा जड़ेजा ने शनिवार दोपहर अपने आवास पर फांसी लगा ली। उसे कोठिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एक अन्य घटना में रामोल निवासी 30 वर्षीय मिथलेश प्रजापति ने आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी पत्नी उसे छोड़कर अपने मायके चली गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मिथलेश इससे काफी आहत हुआ और उसने फांसी लगा ली।