नई दिल्ली। दो दिन के विश्राम के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा रविवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से फिर से शुरू हो गई। बता दें ‎कि यह यात्रा मणिपुर की राजधानी इंफाल से 14 जनवरी को आरंभ हुई थी। यह यात्रा असम से बृहस्पतिवार सुबह पश्चिम बंगाल में दाखिल हुई थी और दो दिन के विश्राम के दौरान राहुल गांधी नयी दिल्ली लौट गए थे। 
कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता शुभंकर सरकार ने कहा ‎कि राहुल गांधी पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद वह जलपाईगुड़ी पहुंचे जहां से यात्रा फिर से शुरू हो रही है। उन्होंने बताया कि न्याय यात्रा रात में सिलीगुड़ी के पास रुकेगी। यह यात्रा सोमवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर की ओर जाएगी और फिर बिहार में प्रवेश करेगी। यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और फिर मुर्शिदाबाद से होते हुए एक फरवरी को राज्य से रवाना होगी। इस बार की यात्रा का आकर्षण ‘डोनेट फॉर न्याय’ अभियान होगा, जिसमें क्यूआर कोड को स्कैन करके प्रति किलोमीटर एक पैसा न्यूनतम की सहायता राशि दान दी जा सकेगी। 
बता दें ‎कि इसमें सहायता के अनुरूप राहुल गांधी के हस्ताक्षर वाली टी-शर्ट से लेकर एक भव्य किट तक शामिल है, जो कि 67,000 से ज्यादा की सहायता राशि पर प्रमाणपत्र सहित एआईसीसी की ओर से दी जाएगी। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पार्टी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए सुचारू मार्ग और राहुल गांधी एवं अन्य नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित निर्देश दिए जाएं। कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि जलपाईगुड़ी में गांधी की तस्वीर वाले कुछ बैनर फाड़े गए। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी राज्य में यात्रा के दौरान जनसभाएं आयोजित करने की अनुमति हासिल करने में बाधाएं आने पर चिंता जताई है।
न्याय यात्रा के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से एक दिन पहले मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा था कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक के तौर पर नहीं बल्कि अकेले लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। बता दें ‎कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 15 राज्यों के 110 जिलों से होते हुए 20 या 21 मार्च को मुंबई में पहुंचकर समाप्त होगी।