नई दिल्ली । दिल्‍ली से कोलकाता जाने वाली स्‍पाइस जेट की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी के बाद इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। इस बार ई-मेल के द्वारा एयरपोर्ट ड्यूटी मैनेजर को बम के बारे में आगाह किया गया था। ई-मेल में बताया गया था कि दिल्ली से कोलकाता जाने वाली फ्लाइट में एक यात्री अपने साथ विस्‍फोट लेकर एयरपोर्ट पहुंचा है। लिहाजा, सभी यात्रियों के सामान की सघन जांच के साथ आवश्‍यक कदम उठाने की जरूरत है। 
इस पर आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी ने बताया कि गंभीरता और संवेदनशीलता को देखकर दिल्ली एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट के साथ फुल इमरजेंसी घोषित की गई। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए निर्धारित एसओपी के तहत एयरपोर्ट पर तेज तलाशी अभियान चलाया। फ्लाइट के सभी यात्रियों और उनके चेक-इन बैगेज की सघन तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान, शामिल किसी भी सुरक्षा एजेंसियों को कुछ भी संदिग्‍ध नहीं मिला। सबकुछ दुरुस्‍त मिलने के बाद स्‍पाइस जेट की इस फ्लाइट को उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई। वहीं मामले की गंभीरता को देखकर जांच कमेठी गठित की गई। जांच टीम ने पहले इसतरह के यात्रियों से सघन पूछताछ की, जिनकी फ्लाइट किन्‍हीं कारणों से छूट गई थी। लेकिन, इनमें से किसी यात्री की मामले में संलिप्‍तता के साबित नहीं की जा सकी। 
डीसीपी रंगनानी के अनुसार, जांच में यह भी पता चला कि जिस एड्रेस से एयरपोर्ट ड्यूटी मैनेजर को ई-मेल आया था, उस ई-मेल करने से महज एक घंटे पहले ही बनाया गया था। पुलिस को मेल को भेजने के लिए कोलकाता के पार्क स्‍ट्रीट होटल के वाई-फाई कनेक्‍शन का इस्‍तेमाल किया गया था। खुलासे के बाद, पुलिस टीम को कोलकाता के लिए रवाना कर दिया गया। जांच के दौरान पता चला कि होटल में ठहरे सभी 40 गेस्‍ट बांग्‍लादेशी हैं और वे सभी वाई-फाई कनेक्शन का उपयोग कर रहे थे। पुलिस टीम ने होटल को इंटरनेट की सुविधा देने वाले कंपनी के राउटर से डेटा लेने की कोशिश की, लेकिन वहां भी पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा। इसके बाद, पुलिस टीम ने होटल में ठहरे सभी गेस्‍ट के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। इसी कड़ी में पुलिस को पता चला कि होटल में ठहरे नजरूल इस्लाम से मिलने उसका एक रिश्‍तेदार दिल्‍ली से आया था, जिसका नाम अमरदीप कुमार था।  जांच में पता चला कि यह रिश्‍तेदार स्‍पाइस जेट की उसी फ्लाइट से आया था, जिसको लेकर धमकी भरा ई-मेल भेजा गया था।  
इस खुलासे के बाद पुलिस ने अमरदीप कुमार से पूछताछ की। अमरदीप ने बताया कि वह अपने जीजा इस्लाम से मिलने इस होटल में आया था।  इस मामले में अमरदीप कुमार की भी कोई संलिप्‍तता नहीं मिली।  लेकिन जब उसके जीजा नजरूल इस्लाम का मोबाइल चेक किया गया तब पता चला इस्लाम ने फोन की हिस्‍ट्री और डाटा डिलीट कर दिया है। जिसके बाद कोलकाता साइबर पुलिस की मदद से फोन का डाटा रिट्रीव किया और डाटा के सामने आते ही इस पूरे मामले से पर्दा उठ गया। पूछताछ के दौरान, बांग्‍लादेश निवासी इस्लाम ने अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस को बताया कि वह नहीं चाहता था कि उसका साला अमरदीप कुमार मिलने आए।