नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों के बीच दरार पैदा करने के लिए हर दिन नये मुद्दे को पैदा करती है चाहे वह बुरका हो, हलाल मांस, धर्म हो या भाषा। पिछले कुछ सालों से हम हर दिन नए मुद्दों पर बहस छिड़ती हुई देख रहे हैं। हर मुद्दे पर बहस के अलग-अलग नाम होते हैं। मेरे अनुसार, उनका एक ही साझा नाम ह विभाजन। सिंघवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को याद दिलाया कि देश में 1960 के दशक में पर दंगे हो चुके हैं। उस समय तीन भाषाओं वाला फार्मूला बनाया गया था। लगभग 50-60 वर्षों तक हमारे पास यह समस्याएं नहीं थीं। आप यहां केवल जानबूझकर विभाजन कराने आए हैं। आप विभाजन चाहते हैं। आप विभाजन की तलाश करते हैं और आप राष्ट्रवाद की बात करते हैं। आपके लिए विभाजन सुनिश्चित करने से बेहतर राष्ट्रवाद नहीं है। हर दिन किसी ना किसी नाम से कोई नया विवाद पैदा किया जाता है और अगर हम उस बहस में शामिल होते हैं तो यह भाजपा के लिए अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि तीन भाषाओं का फार्मूला समय की कसौटी पर खरा उतरा है और जब भी आपने हिंदी थोपने की कोशिश की है तब इससे कोई फायदा नहीं हुआ है।