भोपाल । इस साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा-कांग्रेस जीत के लिए हर वो राजनीतिक दांव खेल रहे हैं, जो उन्हें मध्यप्रदेश की सत्ता काबिज करा सके। मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रदेश के अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एससीएसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को रिझाने की हर रणनीति पर काम कर रही है। इसके लिए कांग्रेस जल्द एससी, एससीएसटी और ओबीसी समाज वर्ग के राज्य स्तरीय सम्मेलन करने जा रही है। ये सम्मेलन भोपाल, झाबुआ और सागर में आयोजित किए जाएंगेे। हालांकि सम्मेलनों की अभी तारीख तय नहीं हुई है। इन सम्मेलनों की तैयारी की जिम्मेदारी पार्टी के कांग्रेस के आदिवासी और ओबीसी वर्ग के नेताओं को सौंपी गई है। इन सम्मेलनों के जरिएकांग्रेस प्रदेश की एससी-एससीएसटी आरक्षित 84 और ओबीसी वोटर्स प्रभाव वाली 100 विधानसभा सीटों के मतदाताओं को साधने की कोशिश करेगी।
कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस चुनाव अभियान समिति ने पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सम्मेलन की तैयारियों के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता अरुण यादव और कमलेश्वर पटेल और आदिवासी सम्मेलन की तैयारियों की जिम्मेदारी मप्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया को सौंपी है।