सूरत । भारत से निर्यात होने वाले हीरे की मांग कम होने लगी है।अमेरिका और चीन जैसे देशों में भारतीय हीरा प्रमुख रूप से निर्यात होता था। पिछले 1 वर्ष में अमेरिका और चीन जैसे मुख्य आयातक देशों से लगभग 10 फ़ीसदी से अधिक की मांग घट गई है। हीरे के दाम भी कम हुए हैं।
वर्ष 2022 में भारत से कट और पॉलिश्ड डायमंड का निर्यात 2200 करोड़ डालर का हुआ था। भारतीय मुद्रा में 1।8 एक लाख करोड़ रूपया रुपए होता है। जबकि वर्ष 2021-22 में दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का हीरा निर्यात भारत से हुआ था।
अमेरिका में महंगाई के कारण हीरे की मांग घटी है।वहीं चीन में कोरोना महामारी के बाद और भारत के साथ आयात निर्यात संतुलन को देखते हुए चीन ने भी हीरे का आयात कम कर दिया है। जिसका असर गुजरात की हीरे की कटिंग और पॉलिस यूनिट पर देखने को मिल रहा है।

गुजरात में डायमंड के पालिश और कटिंग का काम बड़े पैमाने पर होता है।मांग कम होने के कारण हीरा व्यापार से जुड़ी कई यूनिटों ने 1 माह के लिए अवकाश घोषित कर दिया है। दुनिया भर में फैली वैश्विक मंदी का असर सबसे ज्यादा हीरा उद्योग पर पड़ता हुआ देखा जा रहा है। हीरा उद्योग में लगी हुई यूनिटों ने काम के घंटे कम कर दिए हैं,और छुट्टियां बढ़ा दी हैं। जिसके कारण मजदूरों को भी आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है।