मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जनता में गजब का उत्साह है। जनता विकास के मुद्दों पर अधिक बात करना चाहती है। रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सशक्तिकरण जैसे विषयों पर जनता खुलकर अपना राय जाहिर कर रही है। कह रही है कि जिस सरकार ने जनता की समस्याओं का समाधान किया और पारदर्शिता के साथ काम किया है, उसे ही अपना मत देंगे। महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर मुखर हो रही है। ऐसे में एक नेशनल न्यूज चैनल और एजेंसी ने मिलकर सर्वे कराया है, जिसमें भाजपा को मध्य प्रदेश में बहुमत मिलता दिख रहा है। 


मंत्रियों-सांसदों के चुनाव लड़ने से फायदा
भाजपा द्वारा कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इस पर जनता से जब इंडिया टीवी सीएनएक्स ओपिनियन पोल के तहत सवाल-जवाब किए गए तो 53 फीसदी जनता ने कहा कि इससे भाजपा को फायदा होगा। 37 फीसदी ने कहा कि भाजपा को घाटा होगा। वहीं 10 फीसदी ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता है।

चौंकाने वाले परिणाम 

इंडिया टीवी सीएनएक्स ने जनता की राय जानने के लिए ओपिनियन पोल का आयोजन किया, जिसके परिणाम चौंकाने वाले हैं। महाकौशल क्षेत्र में कुल 47 विधानसभा सीटें हैं। इन सीटों में छिंदवाड़ा, जबलपुर, मांडला, बालाघाट, नर्मदापुरम का इलाका आता है। यहां भाजपा के 19 (-1), कांग्रेस के 26 (0) वहीं अन्य के 2 (+1) सीट जीतने की संभावना है। चंबल क्षेत्र की कुल 34 विधानसभा सीटें के तहत ग्वालियर, चंबल इत्यादि स्थानों की सीटें आती हैं। ओपनियन पोल के मुताबिक चंबल की 34 सीटों में से भाजपा BJP 12 (+5), कांग्रेस 22 (-4), अन्य  0 (-1) सीट पर जीत दर्ज कर सकती है।
बघेलखंड और बुंदेलखंड की भौगोलिक क्षेत्रों को मिलाने पर लोकसभा की 8 सीटें और विधानसभा की 51 सीटें आती हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक इन 51 सीटों में से भाजपा BJP 31 (-4), कांग्रेस 19 (+5) और अन्य 1 (-1) सीट जीत सकती है। बता दें कि इन क्षेत्रों में रीवा, सतना, सीधी, शहडोल, खजुराहो, दमोह, सागर, टीकमगढ़ इत्यादि जिले आते हैं। भोपाल क्षेत्र की बात करें तो यहां कुल 24 सीटें हैं। इन सीटों में भाजपा को 16 (+1), कांग्रेस 8 (-1), अन्य 0 (0) सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। भोपाल डिविजन के तहत राघोगढ़, बुधनी, विदिशा, राजगढ़ इत्यादि जिले आएंगे। 

मालवा क्षेत्र की अगर बात करें तो यहां कुल 46 सीटें हैं। इसमें से भाजपा को 25 (+1) सीटें, कांग्रेस को 20 (-1) व अन्य को 1 (0) सीट मिलने की संभावना है। बता दें कि इस क्षेत्र को मध्य प्रदेश का प्राण कहा जाता है। मध्य प्रदेश में हिंदुत्व का सबसे बड़ा सेंटर महाकाल की नगरी उज्जैन यहीं है। वहीं इंदौर भी इसी क्षेत्र में आता है। नेताओं के लिहाज से देखें तो भाजपा के महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय यहां के बड़े नेताओं में से एक हैं। 
कहा जाता है कि जो पार्टी मालवा के साथ निमाड़ जीतती है, मुख्यमंत्री के तौर पर उसी पार्टी के सदस्य का राजतिलक होता है। निमाड़ क्षेत्र में कुल 28 विधानसभा सीटों के गणित की बात करें तो भाजपा 12 (+4), कांग्रेस 15 (-3) और अन्य 1 (-1) सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। 

लाडली बहना योजना है गेमचेंजर 

इस सर्वे में महिलाओं को लेकर भाजपा सरकार की लाडली बहना योजना को काफी सराहा जा रहा है। प्रदेश की 47 प्रतिशत जनता की नजर में यह बेहतरीन योजना है, जिससे महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। इसके साथ ही 13 प्रतिशत लोग भी इससे आंशिक रूप से सहमत है। खास बात यह भी है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बार-बार अपनी सभाओं में कह रहे हैं कि लाडली बहना योजना किसी भी सूरत में जारी रहेगी। यह प्रदेश की बहन-बेटियों के जीवन में उजाला लेकर आई है।