भोपाल ।    लोकसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रालय में कैबिनेट बैठक आयोजित हुई। इसमें कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। प्रदेश में ऐसी जगह जहां बिजली लाइन बिछाना कठिन और लागत ज्यादा होगी वहां अब किसानों को सोलर कृषि पम्प कनेक्शन भी दिया जाएगा। इसके लिए सरकार ने कृषक मित्र अश्विनी योजना लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसमें कृषक/कृषकों के समूहों को सोलर कृषि पम्प कनेक्शन प्रदान करने के लिए वर्तमान में प्रचलित मुख्यमंत्री कृषि मित्र योजना के अंतर्गत सोलर कृषि पम्प कनेक्शन दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना को विस्तारित कर मुख्यमंत्री कृषक मित्र अश्विन योजना नाम दिया गया है। 

प्रदेश में चार जगह रोपवे बनाने को स्वीकृति

कैबिनेट ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम-पर्वतमाला के तहत मध्य प्रदेश में प्रस्तावित चार रोपवे परियोजना को स्वीकृति दी दी। यह केंद्र सरकार की योजना है। इसमें रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर उज्जैन,  टिकिटोरिया माता मंदिर (सागर) फनीकुलर, एम्पायर स्टेडियम से गुरुद्वारा (व्हाया रामपुर चौक एवं एवेन्यू मॉल), जबलपुर एवं सिविक सेंटर से बलदेवबाग (व्हाया मालवीय चौक, लॉडगंज, बडाफआारा) जबलपुर में बनने है। इसका उद्देश्य रोपवे निर्माण के माध्यम से यातायात सुगम बनाना है।  

केन-बेटवा लिंक परियोजना के लिए 24293 करोड़ 

कैबिनेट में केन बेटवा लिंक परियोजना प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए मध्य प्रदेश राज्य द्वारा कराए जाने वाले कार्यों की एकजाई प्रशासकीय स्वीकृति का प्रस्ताव को स्वीकृत किया है। इसमें 24293 करोड़ की राशि और 6,57,364 हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति दी है। इस परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह, सागर, दतिया एवं बेतवा बेसिन के विदिशा, शिवपुरी, रायसेन जिले के सूखा प्रभावित 6,57,364 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई एवं करीब 44 लाख जनता को पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी। 

चित्रकुट विकास प्राधिकरण के गठन को मंजूरी 

कैबिनेट ने चित्रकुट में विभिन्न विकास कार्यों को पूरा करने के लिए चित्रकुट विकास प्राधिकरण बनाने को मंजूरी दी है। इसके लिए 20 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृति की गई। साथ ही पदों को भरा भी जाएगा। इसकी स्थापना से चित्रकुट में प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र का समग्र रूप से विकास किया जाना संभव हो सकेगा। साथ ही संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा प्रभावशील विकास योजना के प्रस्तावों का क्रियान्वयन भी संभव हो सकेगा। 
 
मुरैना के उसैद में पुल निर्माण की स्वीकृति 

मुरैना जिले में अम्बाह-पिनहट मार्ग के चंबल नदी के उसैद घाट पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण कार्य की पुनरीक्षित लागत 157 करोड़ रुपए की स्वीकृति कैबिनेट ने दी है। यह पुल दो साल पहले ही स्वीकृति हो गया था, लेकिन घड़ियाल परियोजना संचालित होने से पुल के निर्माण कार्य की स्वीकृति नहीं मिल पा रही थी। अब यह स्वीकृति मिल गई है।