हिलांस किचन बना रहा महिलाओं को आत्मनिर्भर
नैनीताल । उत्तराखंड के नैनीताल के जिला कलेक्ट्रेट में महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा संचालित हिलांस किचन से जुड़ी महिलाएं सशक्त हो रही हैं। ये महिलाएं आत्मनिर्भर हो ही रही हैं। यहां आपको कम कीमत में लजीज पहाड़ी पकवानों की थाली मिल जाएगी। हिलांस किचन की संचालिका रजनी आर्या ने बताया कि वह पिछले एक साल से जिला कलेक्ट्रेट परिसर में अपने महिला सहायता समूह सलोनी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ मिलकर इस किचन को संचालित कर रही हैं। उनके साथ 7 महिलाएं जुड़ी हैं। रजनी बताती हैं कि इस पहल से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं और अपनी आर्थिकी मजबूत कर रही हैं।
महिलाओं और स्वयं सहायता समूह को सुदृढ़ करने के लिए और महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत यह हिलांस किचन 2019-20 में तैयार किए गए थे। नैनीताल में भी तीन हिलांस किचन की शुरूआत की गई और उन्हें चलाने की जिम्मेदारी महिला स्वयं सहायता समूहों को दी गई। रजनी बताती हैं कि सरकार की इस योजना का लाभ लेकर ही वह अपने समूह की महिलाओं के साथ यहां काम कर रही हैं। रजनी ने बताया कि हिलांस किचन में उन्होंने पहाड़ी थाली को अपने मेन्यू में शामिल किया है। वह यहां पहाड़ी व्यंजनों को परोस रही हैं। जिनमें भट की चुड़कानी-भात, झोली-भात, पहाड़ी राजमा चावल, डुबके-भात, रोटी सब्जी से लेकर कई तरह के पहाड़ी व्यंजन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां परोसे जाने वाले व्यंजनों के रेट सरकारी योजना के तहत तय हैं जो बेहद कम हैं और इसके साथ ही पहाड़ी खाने का असली जायका भी यहां मिल रहा है। उनके यहां परोसी जाने वाली कुमाऊंनी थाली का स्वाद आप मात्र 60 रुपये में ले सकते हैं। इस थाली में चावल, भट की चुड़कानी, सब्जी, रोटी, रायता होता है। साथ ही झोली भात, राजमा चावल भी मात्र 30 रुपये हाफ प्लेट और 60 रुपये फुल प्लेट में मिलता है।