दक्षिण अफ्रीका टीम का सफर भले ही 1999 वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हारकर सेमीफाइनल में ही समाप्त हो गया था, लेकिन लांस क्लूजनर अपने ऑलराउंड खेल से अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे थे।

क्लूजनर ने उस टूर्नामेंट में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था जिसके लिए उन्हें प्लेयर आफ द सीरीज चुना गया था।

लगातार पांच मैचों में रहे थे अविजित

लांस क्लूजनर के लिए व्यक्तिगत तौर पर 1999 का विश्व कप बेहतरीन रहा था। वह लगातार पांच मैचों में अविजित रहे थे और सुपर-6 चरण से पहले तक कोई उन्हें आउट नहीं कर सका था। न्यूजीलैंड के विरुद्ध सुपर-6 चरण के मैच में वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन गेविन लार्सेन ने उनके अविजित रहने के सिलसिले को तोड़ा।

क्लूजनर नौ मैचों में सिर्फ दो बार आउट हुए थे, जबकि छह बार अविजित पवेलियन लौटे थे और केन्या के विरुद्ध ग्रुप मैच में उन्हें बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिल सका था।

चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज

क्लूजनर ने बल्लेबाजी से तो प्रभावित किया ही था, लेकिन गेंद से भी वह अपनी टीम के लिए अहम भूमिका निभाने में सफल रहे थे। क्लूजनर ने टूर्नामेंट में कुल 17 विकेट अपने नाम किए थे जिसमें केन्या के विरुद्ध पांच विकेट लेना भी शामिल है। क्लूजनर 1999 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले संयुक्त रूप से चौथे गेंदबाज थे। हालांकि, उनका आलराउंडर प्रदर्शन भी टीम को विश्व विजेता नहीं बना सका था।