MP Election 2023 : 30 अक्टूबर को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। आचार संहिता लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह मध्य प्रदेश में पहली चुनावी सभा होगी। इस महीने में गत दिवस मोदी ग्वालियर में सिंधिया स्कूल की वर्षगांठ के समारोह में शामिल होने के लिए भी मध्य प्रदेश आए थे। प्रधानमंत्री के उज्जैन आगमन की तैयारियों को लेकर सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बैठक की। उन्होंने बैठक में भव्य आयोजन की व्यवस्था को लेकर पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली चुनावी सभा

मोदी भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को मध्य प्रदेश में आगामी 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होने वाले हैं। इस चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 अक्टूबर को कार्तिक मेला प्रांगण या नानाखेड़ा स्टेडियम पर चुनावी सभा ले सकते हैं, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली चुनावी सभा है, जो कि अच्छी और भव्य रूप से हो इसे ध्यान में रखकर तैयारियां की जा रही है। संबोधित करेंगे।

सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन से चुनावी सभा की शुरुआत कर सकते हैं जो कि प्रदेश की सबसे पहली और बड़ी सभा होगी। इस बात के संकेत सोमवार को उज्जैन आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर को मिजोरम की यात्रा के बाद दोपहर बाद सीधे उज्जैन आएंगे और उनकी यहां चुनावी सभा रखी गई है। आप सभी मिलकर तैयारी करें।

चुनावी अभियान की शुरुआत

नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव एवं अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ सभी भाजपा नेता सभा स्थल के संभावित स्थल का दौरा करेंगे। सम्भवतः प्रधानमंत्री की सभा नानाखेड़ा स्टेडियम या कार्तिक मेला प्रांगण में जहां पिछले वर्ष नवंबर में सभा हुई थी। इन दोनों स्थल में से कोई एक स्थल तय किया जाएगा। इसका निर्णय मंगलवार दोपहर बाद स्थल निरीक्षण करने के बाद किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर प्रदेश के चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी है कि मालवा में यदि भाजपा जीती तो सरकार बनती है और सबसे पहले ध्यान भाजपा के बड़े नेताओं का मालवा की सीटों पर ही है इसीलिए यहीं से प्रदेश के चुनाव अभियान का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।