शिवसेना नेता और कल्याण लोकसभा सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे ने रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके विधायक बेटे आदित्य ठाकरे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ठाकरे परिवार ने पिछले 15 सालों में मुंबई को लूटा और लोगों को शहर से बाहर किया है।

शिंदे ने कहा, मराठी लोगों को अपना शहर छोड़कर ठाणे या कल्याण-डोंबिवली जाना पड़ता है। उन्हें मुंबई से बाहर धकेल दिया जाता है और इसके लिए केवल उद्धव और आदित्य ठाकरे जिम्मेदार हैं। यह बात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने मुंबई के वर्सोवा में पार्टी के 'शाखा संपर्क' अभियान को संबोधित करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कोविड-19 महामारी के दौरान 6719 रुपये प्रति बॉडी बैग की कीमत पर बॉडी बैग क्यों खरीदे, जबकि ठाणे नगर निगम (टीएमसी) ने वहीं बॉडी बैग 350 रुपये में खरीदे थे। शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर बीएमसी को एशिया का सबसे भ्रष्ट नगर निकाय बनाने का नेतृत्व करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने बीएमसी पर 15 वर्षों से अधिक समय तक राज किया। पिछले साल एकनाथ शिंदे और पार्टी के 39 अन्य विधायकों द्वारा उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह के बाद पार्टी बंट गई थी।

शिव सेना द्वारा यहां जारी एक विज्ञप्ति में शिंदे ने कहा, यह कैसे संभव है कि टीएमसी प्रत्येक बॉडी बैग को 350 रुपये में खरीदती है और बीएमसी उन्हें 6,500 रुपये प्रति बैग से अधिक पर खरीदती है? यह उन कई उदाहरणों में से एक है कि जब लोग मर रहे थे तो ठाकरे परिवार मुंबई के लोगों को लूट रहा था। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बीएमसी एशिया की सबसे भ्रष्ट नगर निकाय बन गई।

एसआईटी की जांच से जल्द ही पता चल जाएगा कि किसे कितने 'खोखे' मिले

बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले ठाकरे परिवार को खोखे पहुंचते थे, जो अब उन्हें मिलने बंद हो गए हैं। यही वजह है कि वह हमारे लिए हमेशा खोखे-खोखे करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम पर 'खोखे' (भ्रष्ट) होने का आरोप लगाने वालों को यह नहीं भूलना चाहिए कि एसआईटी जांच से जल्द ही पता चल जाएगा कि किसे कितने 'खोखे' मिले। ईडी की जांच में यह साफ हो जाएगा कि सूरज चव्हाण और सुजीत पाटकर के लिंक आखिर किस तक पहुंचेंगे। मुंबई पुलिस ने बीएमसी द्वारा दिए गए 12000 करोड़ रुपये के ठेकों पर सीएजी की रिपोर्ट के संबंध में जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हमेशा गतिशील रहते हैं और जन कल्याण के लिए अथक प्रयास करते हैं।