करांची । काफी लंबे समय के बाद एक बार फिर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ चर्चा में हैं। पाकिस्तान की सक्रिय राजनीति से गायब रहे शरीफ की वतन वापसी हो रही है, इसलिए एक बार फिर वो चर्चाओं में आ गए हैं। चार साल बाद वो 21 अक्टूबर को वतन वापसी कर रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले माह ही पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने उनके वतन लौटने वाली खबरों की पुष्टि की थी। नवाज़ शरीफ 2019 से लंदन में इलाज़ करवा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उन्हें अल अजीजिया और एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामलों में एक अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। इस बीच उनकी वतन वापसी को लेकर पार्टी ने अपने नेता की वापसी पर जनता से संपर्क साधो अभियान चलाया हुआ है। पार्टी ने उनके समर्थन में रैलियां और गली-चौराहे, नुक्कड़ों पर सभाएं की हैं। कहा गया है कि जनता नवाज़ शरीफ़ के स्वागत में जलसे के लिए मिनार-ए-पाकिस्तान पर एकत्रित हों। यहां एक सभा को नवाज़ शरीफ़ संबोधित भी करेंगे। नवाज की वतन वापसी पर कोई अड़चन न आए इसलिए इस्लामाबद हाई कोर्ट से अग्रीम जमानत ले ली गई है। दायर याचिका में कहा गया था कि नवाज को कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करने की अनुमति दी जाए। वैसे विश्लेषक नवाज की वतन वापसी को खतरे से खेलना जैसा बता रहे हैं। अब वक्त तय करेगा कि नवाज अब अगली सियासी पारी खेलेंगे या कानूनी दांव पेंच में उलझ कर रह जाएंगे।