अब बारिश की जरा भी चिंता नहीं रही मुन्नी बाई को
भोपाल : वो दिन अब दूर हुए, जब मुन्नी बाई को बारिश में भीगने की चिंता सताती थी, क्यूंकि उसकी छोटी-सी कच्ची टपरिया (झोपड़ी) बरसात के दिनों में यहां-वहां से टपकती रहती थी। मुन्नी बाई के जीवन में वरदान बनकर आई प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना। इस योजना से विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह के कई गरीब परिवारों का पक्के घर का सपना अब साकार होने लगा है। मुन्नी बाई का भी अब पक्का घर बन गया है।
मुन्नीबाई आदिवासी अपने नये पक्के घर में
शिवपुरी तहसील के चांदपुर गांव की मुन्नी बाई बताती हैं कि वे अपने कच्चे घर की कठिनाइयों से भारी परेशान थीं। दो साल पहले उनके पति नहीं रहे। अपने परिवार के साथ वह पहले एक कच्ची टपरिया में रहती थीं। कच्ची टपरिया में बारिश में लगातार पानी टपकता रहता था, जिससे खाने-पीने का सामान भी खराब हो जाता था। मकान गिरने की चिन्ता से भी मन हमेशा डरा रहता था। कच्चे घर की और भी कई परेशानियां थीं। तब वे सोचती थीं, कब उनका भी खुद का पक्का घर बनेगा? पर मुन्नीबाई की पीड़ा को सरकार ने समझा और अब प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना से उसका पक्का घर बन गया है। अपना घर पाकर मुन्नी बाई बेहद खुश हैं। इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार धन्यवाद देती हैं।