भोपाल।भाजपा संगठन ने निगम-मंडलों के अध्यक्षों को हटाकर शासकीय विभागों में राजनीतिक स्तर पर की गई नियुक्तियों को लेकर एक बड़ा संकेत दिया है। यानी अब जमावट मुख्यमंत्री के हिसाब से होना है। इसके बाद अब संगठन भी कुछ जिलों के अध्यक्षों को बदले जाने के मूड में है। कई के बदल दिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो 8 और बदले जा सकते हैं।
इसको राजनीतिक कसावट और जमावट के नजरिए से देखा जा रहा है। हालांकि ये तो तय था कि मुख्यमंत्री यादव कभी भी शासकीय विभागों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को घर बिठा सकते हैं। शुरुआत उन्होंने शासकीय विभागों से की है। अब बारी प्रदेश भाजपा संगठन की है। वैसे भाजपा संगठन के चुनाव लोकसभा चुनाव के बाद होना हैं, लेकिन जिस तरह से संगठन के कुछ जिलाध्यक्षों को बदला गया है, उसे सर्जरी कहा जा रहा है। जिन जिलों में संगठन कमजोर है, वहां के अध्यक्ष बदले जाने की सुगबुगाहट नजर आ रही है। सूत्रों का कहना है कि 8 जिलों में सर्जरी की जा सकती है। अध्यक्षों को एक साथ या फिर दो किस्तों में बदला जा सकता है। ये कौन होंगे इसको लेकर या तो प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जानते हैं या फिर आलाकमान। इंदौर जिले में भी अध्यक्ष की नियुक्ति होना है, जहां राजेश सोनकर विधायक बन चुके हैं। शहर को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा रहा, यानी गौरव रणदिवे फिलहाल तो बने रहेंगे। फिर भी संगठन अचानक कोई फैसला ले सकता है।