नई दिल्ली । अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसे लेकर देशभर में भक्तों का उत्साह बढ़ा हुआ है। लेकिन इस बीच विपक्ष राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुए बगैर प्राण प्रतिष्ठा कराने को लेकर निशाना साधता रहा है। ऐसे में अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि मंदिर तो बन गया है।
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। रामलला के मंदिर में गर्भगृह होगा, यहां पांच मंडप होंगे। मंदिर ग्राउंड फ्लोर पर होगा। मंदिर बनकर पूरा हो गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मंदिर के फस्र्ट फ्लोर में अभी थोड़ा काम बचा है। यहां राम दरबार होगा। मंदिर का दूसरा फ्लोर अनुष्ठान के लिए हैं। यहां अलग-अलग तरह के यज्ञ और अनुष्ठान होंगे।
सोने के 4 फीट ऊंचे सिंहासन पर विराजेंगे रामलला
अयोध्या में आकार ले चुके राम मंदिर को अब सजाया और संवारा जा रहा है। 18 जनवरी को गर्भगृह में रामलला की नई प्रतिमा पहुंच जाएगी। रामलला की 51 इंच (4.25 फीट) की खड़ी प्रतिमा है। यह कमल आसन पर विराजित है। हाथ में धनुष-बाण है। आसन मकराना संगमरमर से बनाया गया है। इस पर 4 फीट ऊंचा सिंहासन रखा जाएगा। इसी पर रामलला विराजेंगे। पूरे सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाई गई है। मंदिर का शिखर भी सोने का होगा, लेकिन इस काम को बाद में किया जाएगा। यानी, जब गर्भगृह में भक्त दर्शन करने पहुंचेंगे तो आसन, सिंहासन और रामलला की प्रतिमा की कुल ऊंचाई करीब-करीब 11 फीट होगी। सिंहासन और प्रतिमा की कुल ऊंचाई 8.25 फीट है। जबकि आसन 3 फीट का है। हालांकि, आसान की ऊंचाई की जानकारी ट्रस्ट की तरफ से नहीं मिली है।