नई दिल्ली। नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी और महागठबंधन छोड़ पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और एनडीए के साथ मिल पुन: सीएम बनने का दावा पेश कर दिया। नीतीश के यूं पाला बदलने पर विपक्ष ने जबरदस्त हमला बोला है और उन्हें पलटू राम से लेकर आया राम गया राम की संज्ञा दे डाली है। विपक्षी दलों के नेताओं ने नीतीश की आलोचना करते हुए निशाना साधा है। 
इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब हमारी बात तेजस्वी और लालू जी से हुई तभी उन्होंने बतलाया था कि नीतीश जी महागठबंधन से जा सकते हैं, इसलिए अब हमको और आपको मिलकर लड़ना होगा। इसी बीच खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, कि देश में आया राम-गया राम जैसे कई लोग हैं।... बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। उन्होंने आगे कहा है कि यदि हम कुछ गलत कहेंगे तो संदेश गलत जाएगा। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, कि बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार ने रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे दी है। इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। इनके अलावा शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी नीतीश पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने नीतिश व शाह के पुराने बयानों को भी साझा किया जिसमें उन्होंने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा था। दरअसल तब नीतीश ने पलटते हुए कहा था कि, मर जाना कबूल है, उनके साथ जाना कबूल नहीं है. ये अच्छी तरह जान लीजिये! इस पर तब गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि पलटूराम ने जनादेश का अपमान किया है। अरे पलटू बाबू, कुछ तो लिहाज रखो। छठ मैया से प्रार्थना करता हूं कि पलटू राम से मुक्त हो बिहार। नीतीश कुमार के लिए बीजीपी के दरवाजे बंद।