भोपाल। त्रि-स्तरीय पंचायत, राज्य संस्थाओं के प्रतिनिधि ग्रामीण विकास योजनाओं क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। मनरेगा फंड सहित अन्य योजनाओं की राशि का सदुपयोग करते हुए लोगों की जिन्दगी आसान बनाने का कार्य किया जाए। संबल योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाने के लिए सजग और सक्रिय रहें। यह बात यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही।
उन्होंने पंचायत राज प्रतिनिधियों से संवाद भी किया। संवाद में प्रदेश के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायकों सहित जिला एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े।

पंचायत पदाधिकारियों के मानदेय और अन्य सुविधाओं में वृद्धि
जिला पंचायत अध्यक्ष,उपाध्यक्ष तथा उप सरपंच एवं पंच के मानदेय में लाभग 3 गुना वृद्वि की गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष का मानदेय 11,100 से बढ़ाकर 35 हजार रूपये तथा वाहन भत्ता 43 हजार से बढ़ाकर 65 हजार रूपये, अब जिला पंचायत अध्यक्ष को 54,100 के स्थान पर एक लाख रूपये प्रतिमाह मानदेय और वाहन भत्ता मिलेगा। जिला पंचायत उपाध्यक्ष का मानदेय 9,500 से बढ़ाकर 28 हजार 500 रूपये और वाहन भत्ता 9 हजार से बढ़ाकर 13 हजार 500 रूपये, अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष को 18 हजार 500 प्रतिमाह के स्थान पर 42 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय और वाहन भत्ता मिलेगा।
इसी प्रकार जनपद पंचायत अध्यक्ष का मानदेय 6 हजार 500 से बढ़ाकर 19 हजार 500 रूपए, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष का मानदेय 4 हजार 500 रूपए से बढ़ाकर 13 हजार 500 रूपए, सरपंच का मानदेय 1 हजार 750, से बढ़ाकर 4  हजार 250  रूपए प्रतिमाह। उप सरपंच एवं पंच का 600 रूपए वार्षिक 3 गुना बढ़ाकर 1800 रूपए। रोजगार सहायकों का मानदेय 9 हजार से बढ़ाकर 18 हजार रूपए किया जाएगा। जिला और जनपद पंचायत के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, उप सरपंच, पंच आदि के मानदेय में लगभग तीन गुना वृद्धि की जा रही है। शीघ्र ही इस संबंध में आदेश जारी होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि पंचायत-राज भारत की माटी में और जड़ों में शामिल है। पंच और सरपंच इसकी सबसे प्रभावी इकाई हैं। योजनाएँ भोपाल से नहीं, ग्राम स्तर से भली भांति क्रियान्वित होती हैं। ग्रामीण क्षेत्र के विकास में आप सभी का पूर्ण सहयोग आवश्यक है। मैं और आप सभी एक तरह के कार्य में ही संलग्न हैं। ग्रामों के विकास के कार्यों के साथ सीखो-कमाओ, मुख्यमंत्री किसान कल्याण, उद्यम क्रांति, संबल योजना और अन्य कार्यक्रमों के अच्छे क्रियान्वयन के लिए हम सभी प्रयासरत हैं। हम सेवा धर्म निभाएं और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में जुटें।