UN महासचिव ने अपने संबोधन में बताया महात्मा गांधी ने कहा था कि दुनिया में मौजूद संसाधन हर किसी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। दुर्भाग्य से हाल के दिनों में जरूरत पर लालच हावी हो गया है। हमें इसे बदलने की जरूरत है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात स्थित केवड़िया के एकता नगर में मिशन लाइफ का शुभारंभ किया। इसके बाद दोनों शीर्ष नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया। इनके बीच जलवायु परिवर्तन को लेकर मजबूत कदम उठाने की चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।

गुटेरेस ने आगे कहा कि व्यक्ति और समुदाय हमारे ग्रह और हमारे सामूहिक भविष्य की रक्षा के समाधान का हिस्सा हो सकते हैं और होना भी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जी 20 देश 80 फीसद ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं। हालांकि ये 80 फीसद जीडीपी का भी प्रतिनिधित्व करता है। जी 20 संसाधनों के रूप में संयुक्त है। जी 20 देशों के पास प्रकृति के खिलाफ लड़ाई को खत्म करने की ताकत है।

गुटेरेस ने आगे कहा कि विकसित देशों को समय में बदलाव के दौरान भारत जैसे देशों को सार्थक वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करना चाहिए। हमें अक्षय ऊर्जा क्रांति लाने की जरूरत है और इस पर भारत के साथ काम करने की उम्मीद है।

UN महासचिव ने कहा, 'कुछ सप्ताह में दुनिया के नेताओं की मुलाकात मिस्र में COP 27 के दौरान होगी।' विकसित देशों को अपनी प्रतिबद्धताओं का अनुसरण जरूर करना चाहिए। इससे भारत जैसे देशों को आर्थिक व तकनीकी तौर पर समर्थन मिल सकेगा।