शिमला। हिमाचल प्रदेश का सियासी तुफान अभी पूरी तरह थमा नहीं है। इसके संकेत कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने दे दिए हैं। उन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल से पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर और कांग्रेस हटा दिया है। इसके बाद उनके कांग्रेस छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है।सुक्खू सरकार से नाराज चल रहे विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस छोड़ सकते हैं। उन्होंने अपने फेसबुक प्रोफाइल से पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर और कांग्रेस हटा दिया है। इसकी जगह पर हिमाचल का सेवक लिखा है। विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में डेरा डाले हैं। दिल्ली पहुंचने से पहले उन्होंने अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस के छह विधायकों से हरियाणा के पंचकूला में मुलाकात की। इसके अलावा पूर्व में सुक्खू सरकार के कामकाज पर असंतोष व्यक्त कर चुकीं प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह कुछ कार्यक्रमों के लिए दिल्ली गए हैं और कांग्रेस आलाकमान से भी मिलेंगे। इधर, अयोग्य ठहराए गए विधायकों में से एक राजेंद्र राणा ने कहा था कि संबंधित छह विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। बागी विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद सदन में विधायकों की कुल संख्या 68 से घटकर 62 रह गई है तथा इस क्रम में कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 से घटकर 34 हो गई है। विधानसभा में बीजेपी के 25 और तीन निर्दलीय विधायक हैं। कांग्रेस के छह बागी विधायकों सहित तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था।